जमींदार कुमारों को कुम्हार बताकर किया हमारे पूर्वजों का अपमान ( मारू राजपूत महासभा )

वार रविवार सुबह 10:00 जमीदार कुमारो की सामाजिक संस्था श्री मारू राजपूत महासभा ने दो दिन पूर्व हुए अबोहर में कुम्हार सम्मेलन का विरोध जताया है महासभा के संस्थापक सागर राजपूत ने कहा की कुम्हार समाज के लोगों ने हमारे समाज के आदरणीय निहाल खेड़ा के छप्पनिया अकाल के महादानी स्वर्गवास चौधरी रामाजी जैलदार और 1947 की लड़ाई के हीरो रहे धरमपुरा के स्वर्गवास चौधरी रतिराम जी को कुम्हार बताकर जमीदार कुमारो का अपमान किया है इस पर इन्हें हमारे समाज से माफी मांगनी चाहिए जबकि अबोहर फाजिल्का क्षेत्र के जमींदार कुमार मारू राजपूत है इस बैठक में बोलते हुए इस राजपूत युवा ने कहा कि कुमार राजवंशी शब्द है इसे कुम्हार जाति के साथ जोड़ना हमारे समाज का बड़ा अपमान है जबकि कुम्हार एक मिट्टी के बर्तन बनाने वाला अलग समाज है और इन दोनों समाजों का आपसी किसी तरह का कोई जातीय संबंध कभी नहीं रहा है ! इस बैठक में महासभा के ठाकुर काशी सिंह तंवर, अध्यक्ष दीपक सिंह गुरिया, सुरेंद्र सिंह भाटी, युवा अध्यक्ष मनीष उभा, इंद्रपाल सिंह, सरपंच रमन चौधरी, रामकुमार भाटी, धनराज सिंह, धर्मेंद्र प्रतिहार, प्रेम सिंह प्रतिहार इत्यादि मौजूद रहे!

मारू राजपूत महासभा द्वारा शस्त्र पूजन संपन्न | बच्चों को अच्छी पढ़ाई लिखाई के साथ-साथ वैदिक धर्म ग्रंथों की शिक्षा देना जरूरी ! सागर राजपूत

कल दोपहर बाद सैयद वाला के सत्यम गर्ल्स कॉलेज में मारु राजपूत महासभा द्वारा शस्त्र पूजन किया गया विधिवत रूप में हुए इस शस्त्र पूजन समारोह में महासभा के सभी पदाधिकारियों ने भाग लिया महासभा से सागर राजपूत ने इस समारोह में बोलते हुए कहा कि आज क्षत्रिय समाज अपनी संस्कृति से विमुख होता जा रहा ह हमने तिलक जनेऊ शास्त्रों का अध्ययन छोड़ दिया है! और यही हमारे पतन का मुख्य कारण है दिनोंदिन पाश्चात्य संस्कृति भारत में फैल रही ह जिसके कारण हमारे समाज की युवा पीडी तेजी से भटक रही है यह बहुत चिंताजनक है! हमें अपने बच्चों की अच्छी पढ़ाई लिखाई के साथ-साथ उन्हें बेहद आजादी ना देते हुए हमारे धर्म ग्रंथों की जानकारी देना अनिवार्य समझना चाहिए! इस दौरान शस्त्र पूजन में मौजूद रहे नंबरदार ठाकुर देवराज सिंह, चेयरमैन ठाकुर काशी सिंह, महासभा अध्यक्ष दीपक सिंह चौहान उपाध्यक्ष इंद्रपाल सिंह, महासचिव सुरेंद्र सिंह भाटी, राम कुमार सिंह भाटी, मेनपाल सिंह, वेद प्रकाश सिंह, पंडित सुरेंद्र पाल सारस्वत, कॉलेज चेयरमैन बलजी,चौधरी रमन सिंह भाटी, प्रेम सिंह निर्वाण, ठाकुर दीवान चंद निर्वाण, राजेंद्र सिंह पंवार , प्रेम सिंह ,पवन राजपूत आदि उपस्थित रहे!

महाराणा प्रताप जयंती पर खुलकर बोली मारू राजपूत महासभा हम कंगना राणावत के साथ खड़े हैं | देश की रक्षा करने वाली वर्दी पर हाथ ना उठाकर कंगना ने दिया हैं अपनी महानता का परिचय__ सागर राजपूत

कल मारू राजपूत महासभा अबोहर द्वारा महाराणा प्रताप जयंती समारोह रखा गया इसमें अबोहर क्षेत्र के समस्त गांव के मारू राजपूत क्षत्रिय समाज बंधुओ ने भाग लिया मेवाड़ के महाराणा प्रताप के जीवन परिचय पर बोलते हुए महासभा के संस्थापक सागर राजपूत ने समाज के नौजवानों को अपने स्वाभिमान पर अडिग रहने वाले महान राजपूत योद्धा महाराणा प्रताप के जीवन से प्रेरणा लेने की बात कही और उनके राष्ट्र के प्रति तप और त्याग का जिक्र किया और नौजवानों को उनके पद चिन्हों पर चलने के लिए प्रेरित किया! फिर पत्रकारों के पूछने पर महासभा संस्थापक ने कहा कि कंगना राणावत भारत की एक प्रसिद्ध बॉलीवुड हीरोइन है वह अनपढ़ गवार नहीं है! वह देश की सुरक्षा करने वाली उस वर्दी की कीमत समझती थी उन्होंने कहा कि कंगना ने कुलविंदर कौर पर जवाबी हमला इसलिए नहीं किया कि कुलविंदर कौर ने देश की सुरक्षा करने वाली वर्दी पहन रखी थी जोकि अपने राष्ट्र से प्रेम करने वाले प्रत्येक नागरिक के लिए बेहद सम्माननीय है इसलिए उस पर जवाबी हमला ना करके कंगना ने अपनी महानता और समझदारी का परिचय दिया है ! उन्होंने कहा कि यदि कुलविंदर कौर के समर्थन में अनेक संगठन उतर चुके हैं तो कंगना राणावत के साथ भी देश का राजपूत समाज खड़ा है ! कंगना देश के क्षत्रिय समाज से आती है और पूरा क्षत्रिय समाज कंगना के साथ है! महासभा द्वारा आयोजित इस महाराणा प्रताप जयंती कार्यक्रम में महासभा के अध्यक्ष दीपक सिंह गुरीया, ठाकुर काशी सिंह तंवर, नंबरदार देवराज निरानिया,महासचिव सुरेंद्र सिंह भाटी, रमन चौधरी, धर्मेंद्र चांदोरा ,प्रेम सिंह प्रतिहार, धनराज सिंह सिंगाठिया, राकेश घोडेला, कैप्टन ओंकार दत्त , मेनपाल सिंह चौहान,चौधरी बजरंग घोड़ला, इंद्रपाल सिंह गोहल, कुंवर अशोक पेंसिया, गौतम ढूंढाड़ा, पवन सिंह तंवर, राधेश्याम नोखवाल, अनिकेत बन्ना ,अंकित बन्ना, प्रिंस बन्ना , राजेंद्र पंवार ,नरेंद्र सिंघाठीया, राजेंद्र चौहान, संदीप चौहान,इत्यादि सैकड़ो महासभा के सदस्य मौजूद रहे

अबोहर का भूपत बना पहला भारतीय जिसने जीता दुबई वर्ल्ड कप, मिली 100 करोड़ की प्राइज मनी श्री मारू राजपूत महासभा करेगी विशेष सम्मान

प्रत्येक वर्ष दुबई में होने वाले इस वर्ल्ड कप कप में हिस्सा लेने के लिए हर वर्ष बेस्ट ट्रेनर्स द्वारा तैयार किए गए घोड़े जोकि यूएई पहुंचते हैं लेकिन इसमें जीत सिर्फ एक को ही मिलती है इस बार वह लकी ट्रेनर अबोहर के गांव धरमपुरा के रहने वाले कुंवर भूपत सिंहमार हैं जिन्होंने जॉकी तधाग ओ शिआ के साथ वर्ड की सबसे महंगी रेस जीत ली है इसमें 12 मिलियन डॉलर यानी (100 करोड रुपए) दाव पर लगे थे और उन्होंने अपने जॉकी हॉर्स लॉरल रीवर के साथ इतिहास रच दिया है दुबई के जबिल रेसिंग फॉर्म के हॉर्स ट्रेनर कुंवर भूपत सिंहमार इस रेस को जीतने वाले पहले भारतीय है वह कैटकी डर्बी में खेलने वाले पहले एशियाई ट्रेनर भी है भूपत बोले इस सफलता को शब्दों में कह पाना मुश्किल है! वहीं और अबोहर की श्री मारू राजपूत महासभा भूपत का विशेष सम्मान करेगी! महासभा के पदाधिकारी ने कहा कि यह विशेष तौर पर हमारे मारू राजपूत क्षत्रिय समाज और पूरे देश के लिए बड़े गौरव की बात है!