संगठन
श्री मारू राजपूत महासभा ( पंजाब ) के मुख्य उदेश्य
हमारे कार्य, हमारी उपस्थिति ही, हमारी पहचान है
  1. देश भर से गरवा पंथी मारू राजपूतों को एक जाजम पर लाना !
  2. ⁠समाज के युवाओं को मारू राजपूतों के गौरवशाली क्षत्रिय इतिहास से परिचित करवाना और उन्हें संस्कारवान बनाना !
  3. राजनीति करने वाले समाज के राजपूत युवाओं का साथ देना चाहे वह किसी भी पार्टी से संबंध रखता हो !
  4. समाज के किसी भी व्यक्ति के साथ राजनीतिक और सामाजिक द्वेष के चलते दुर्व्यवहार होने पर पुरजोर विरोध करना !
  5. ⁠ ⁠समाज में फैल रही कुरीतिया जैसे तलाक या अंतर्जातीय विवाह (दूसरे समाज में विवाह) के कारण समाज में होने वाले नुकसान से अवगत करवाना और उनका पुरजोर विरोध करना !
  6. मारू राजपूत समाज में जन्मे शूरवीर योद्धाओं और महापुरुषों की जयंतियां मनाना !
  7. मारू राजपूतों में होने वाले कोई भी सामाजिक कार्य अपनी निष्ठा और ईमानदारी के साथ समाज गुरु संत गरवा जी को साक्षी मानकर करना !
  8. मारू राजपूतों द्वारा बसाये गए प्रत्येक गांव में पूर्वजों के गौरवशाली इतिहास के शिलालेख लगाना !
  9. समाज में होने वाली विवाह शादियों में क्षत्रिय समाज की मान मर्यादा और परंपराओं का विशेष ख्याल रखने पर जोर देना !
  10. समाज की बहन बेटियों को अग्रिम पंक्ति में स्थान देते हुए उन्हें राजपूत वीरांगनाओं सती महासती माताओं के बलिदान, शौर्य एवं सामाजिक मर्यादाओं से परीचित करवाना !
  11. समाज की प्रतिभाओं को सम्मानित करना खेलकूद, शिक्षा ,रोजगार के क्षेत्र में मार्गदर्शन की व्यवस्था करवाना!
  12. समस्त भारत के राजपूत (क्षत्रियों) की उन्नति के साथ-साथ सभी समाजों की उन्नति और उनके मान सम्मान का ख्याल रखना !
जय भवानी,जय राजपूताना ,जय गुरु गरवा जी महाराज